शुरू करते हैं -
ک-" क" ये उर्दू लिपि का अक्षर "काफ " के नाम से जाना जाता है। इस का उपयोग हमेशा किसी मातृ के साथ ही होता है ,ये तो आप जानते ही हैं।मिसाल के तौर पर यदि इसमें "आ" की मात्र जोड़ देन तो ये बन जाएगा "का":
کا=ک+ا
अगर आप जानते हैं की " ब " कैसे लिखा जाता है :
ب
तो आप ये भी जानते हैं के " बा " कैसे लिखा जाता है :
با
तो अब बच क्या है? बस यही के दो शब्दों को मिला कर इक नया शब्द बना लिया जाए :
کا+با=کابا
है न आसान,दिक्कत बस यही है की इस शब्द का मतलब नही है, क़ाबा लिखा जाता है जब " क़" के उपयोग से :
قابا
गलती सुधार ली, और बन गया सही शब्द .