This is the most wonderful :
कौन चलाये मिल का पहिया
कौन चलाये मिल का पहिया,मेहनत वाला हैय्या हैय्या,
कौन कमाए टका रुपैया,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
कौन बिछाए ये हरया वल,कौन उगाए गेहूं चावल,
गन्ना,सरसों,तोरी,घिया,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
कौन बुने ये लट्ठा खद्दर,तहमद,कुरता,चोली,चद्दर,
कौन सभी को करे मुहैय्या, मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
अब तक जो मजलूम रहा है, दुःख जिस का मक़्सूम रहा है,
आया उस का दौर है भैय्या, मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
अपनी खेती आप ही मालिक,अपनी मिल है आप ही चालक ,
अपनी कश्ती आप खेवय्या,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
ख़त्म हुई बेगार गुलामी,आई है सरकार अवामी,
मरती है खर्कार की मैय्या,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
जागे हैं हारी बेगारी, मजदूरों की आयी बारी,
बदलेगा अब सेठ रुइय्या ,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
हम भी इन का हाथ बताएं, हम भी एन के आड़े आयें,
इंशाजी हाँ करो तिहैय्या ,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।
हम भी इन्हीं की मेहनत खाएं, आज से इनकी महिमा गाएं,
इंशाजी हाँ,करो तिहैय्या,मेहनत वाला हैय्या हैय्या।