Wednesday, June 17, 2009

बादः -शराब

ب-ब
ا-अ
د-द
ۃ-अः

ب+ا+د+ۃ=باد‏‎ۃ

‎‎

बद-आमोज़ी-अशिक्षा,कुशिक्षा .

ب-ब
د-द
آ-आ
م-म
و-ओ
ز-ज़
ي-ई

ب+د+آ+م+و+ز+ي=بدآموزي

शोख़-चंचल

ش-श
و-ओ
خ-ख़

ش+و+خ=شوخ

बर्क़-बिजली

ب-ब
ر-र
ق-क़

ب+ر+ق=برق

अज़ीज़-प्यारा(ई)

ع-अ
ز-ज़
ی-इ
ز-ज़

ع+ز+ی+ز=عزيز

क्यों कर उस बुत से रखूँ-ग़ालिब

क्यों कर उस बुत से रखूँ जान अज़ीज़ ,
क्या नहीं है मुझे इमान अज़ीज़,
दिल से निकला,पे न निकला दिल से,
है तेरे तीर का पैकान अज़ीज़,

ताब लाए' ही बनेगी ग़ालिब,
वक़्त सख्त है और जान अज़ीज़।

पैकान: नोक(तीर या तलवार की)
ताब: शक्ती,सामर्थ्य,धैर्य,इज्ज़त।
अज़ीज़-प्यार।

गोया एक ही बादशाह के-ग़ालिब

गोया एक ही बादशाह के सब खानजाद हैं ,
दरबारदार लोग बहम आशना नहीं,
कानों पे हाथ धरते हैं करते हुए सलाम,
इससे है ये मुराद के हम आशना नहीं।