Saturday, August 22, 2009

साग़र

साग़र का अर्थ है प्याला

س+ا+غ+ر=ساغر

खुम

खुम का अर्थ है शराब का पीपा , घडा, हंडिया ।

خ+و+م=خوم

मैकदः

मैकदः यानी शराबखाना :

م+ي+ک+د+ۂ=ميکدۂ

ना कर्दःकार

ना कर्दःकार का अर्थ है अननुभवी,नौसीखिया।

ن+ا+ک+ر+د+ۂ+ک+ا+ر

ناکردۂکار

दोनों जहाँ तेरी मज्जत में हार के- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

दोनों जहाँ तेरी मज्जत में हार के,
वोह जा रहा है कोई शब्-ए-गम गुजार के।

वीरान है मैकदा , खुम-ओ-सागर उदास हैं,
तुम क्या गए के रूठ गए दिन बहार के ।

एक फुर्सत-ए-गुनाह मिली वो भी चार दिन ,
देखें हैं हम ने हौसले परवरदिगार के।

दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया,
तुझसे भी दिल फरेब हैं गम रोज़गार के।

धीरे से मुस्कुरा तो दिए थे वो आज फ़ैज़,
मत पूछ वलवलेअह दिल-ए-नाकर्दा कार के ।


गैब

गैब -अप्रत्यक्ष,अदृश्य,गुप्त,अनुपस्थित,भाग्य,नियती,परलोक।

غ+ي+ب=‏غيب