आँख मिलते ही बाहम छा गई हैरानियाँ,
आईने की शक्ल याँ,आलम वहाँ तस्वीर का।
हाए वो दिन हो के वो दिल थाम कर तुझसे कहे ,
हाए जालिम तेरा नालाँ भी है किस तासीर का ।
This is for all those who love urdu,would like to Read and write Urdu.
Wednesday, September 2, 2009
बारहा
बारहा याने बार बार, निरंतर ।
ग़ालिब ने कहा है :
"बारहा देखीं हैं उनकी रंजिशें,
पर कुछ अब के सरगिरानी और है। "
ب+ا+ر+ھ+ا=بارھا
ग़ालिब ने कहा है :
"बारहा देखीं हैं उनकी रंजिशें,
पर कुछ अब के सरगिरानी और है। "
ب+ا+ر+ھ+ا=بارھا
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