Friday, August 21, 2009

मंज़िलें मंज़िलें - फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मंज़िलें मंज़िलें,
शौक़-ए-दीदार की मंज़िलें,
हुस्न-ए-दिलदार की मंज़िलें,प्यार की मंज़िलें,
प्यार की बेपनाह रात की मंज़िलें,
कह्कशानों की बारातकी मंज़िलें,
सब्र बुलंदी की, हिम्मत की, परवाज़ की,
जोश-ए-परवाज़ की मंज़िलें
राज़ की मंज़िलें

जिंदगी की कठिन राह की मंज़िलें,
सब्र बुलंदी की, हिम्मत की, परवाज़ की मंज़िलें,
जोश-ए-परवाज़ की मंज़िलें,
राज़ की मंज़िलें

आज मिलने के दिन,
फूल खिलने के दिन,
वक़्त के घोर सागर में सुबह की ,
शाम की मंज़िलें ,
चाह की मंज़िलें, आस की,
प्यार की मंज़िलें।
हसरत-ए-यार की,
प्यार की मंज़िलें,
मंज़िलें हुस्न-ए-अलम के गुलनार की,
मंज़िलें, मंज़िलें।

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