बहुत सुन्दर ऐसे ही किसी ब्लाग की बहुत दिनो से तलाश थी ऊर्दू सीखनए की तमन्ना बहुत दिन से है मगर अल्फ बे से आगे नहीं बढ सकी 20 साल पकले तो अखबार के कुछ शब्द पढ लेती थी मगर उसके बाद भूल गयी। अब फिर से इस खूबसूरत भाशा को सीखने का मन है आप राह सुझायें पहली बार आपके ब्लाग का पता चला है धन्य्वाद
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बहुत सुन्दर ऐसे ही किसी ब्लाग की बहुत दिनो से तलाश थी ऊर्दू सीखनए की तमन्ना बहुत दिन से है मगर अल्फ बे से आगे नहीं बढ सकी 20 साल पकले तो अखबार के कुछ शब्द पढ लेती थी मगर उसके बाद भूल गयी। अब फिर से इस खूबसूरत भाशा को सीखने का मन है आप राह सुझायें पहली बार आपके ब्लाग का पता चला है धन्य्वाद
Sehra mein mere haal pe koi bhi na roya... Gar phoot ke roya to mere paaon ka chhalla...
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