कुछ और काम करेंगे हम " आ" पर :" आ" जिसे अलीफ-उल्-मद्द कहा जाता है, अब हम उसे दूसरे और अक्षरो के साथ इस्तेमाल करेंगे:
م+آ=(म+अ=मा)
ن+آ=(न+आ=ना )
ناما (नामा)
(बाबरनामा)
ب+آ+ب+ر+ن+آ+م+آ=بابرناما
ये तो हम सब जानते है की उर्दू पढ़ी जाती है दायें से बाएं और दूसरी लिपियों (देवनागरी वगैरह) से बिल्कुल उल्टा।
अगली मुलाक़ात में आप यहाँ उर्दू के सारे अक्षर पाएंगे और तब हम आ के साथ दूसरे और भी वोवेल्स का उपयोग सीखेंगे।
1 comment:
अक्षय भाई, यह बहुत ही बढ़िया ब्लॉग शुरु किया है, विषय रोचक भी है… एक सुझाव है कि सबसे पहले जिस प्रकार हिन्दी की बारहखड़ी होती है उस प्रकार उर्दू की बारहखड़ी सिखायें, "बाबरनामा" आपने लिखा लेकिन "ब" "र" कैसे बनता है, यह सबसे पहली जानकारी होना चाहिये… जैसे हिन्दी पढ़ाते समय सबसे पहले अ, आ, इ, ई, उ, ऊ होता है वैसे ही शुरु से शुरु कीजिये… बहुत सारे लोग सीखने के इच्छुक हैं और उर्दू टाइप करने के लिये यूनिकोड में क्या-क्या सॉफ़्टवेयर हैं इसकी जानकारी भी दीजिये… शुभकामनायें हैं इस बेहतरीन लेख सीरिज के लिये…
Post a Comment