Monday, July 20, 2009

ज़ौक़

जो कहोगे तुम, तो कहेंगे हम,हाँ यूँ ही सही,
आप की यूँही खुशी है,मेहरबान यूँ ही सही।
----------------------------------------------
हम हैं गुलाम उन के जो हैं वफ़ा के बन्दे,
इस को यकीन मानो गर हो खुदा के बन्दे।
-----------------------------------------------

1 comment:

निर्मला कपिला said...

सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई